पोको के एक स्वतंत्र ब्रांड बनने के बाद भी लोग कंपनी से अन्य ब्रांड के मुकाबले आक्रामक कीमत रखने की उम्मीद कर रहे हैं, और एक हद तक कंपनी ऐसा करने में कामयाब भी हुई है। महज़ 15,999 रुपये में Poco X2 मार्केट में मौजूद अपने प्रतिद्वंदी Realme X2 को आड़े हाथ लेता है और कुछ हद तक Redmi K20 और Redmi Note 8 Pro को भी प्रतिस्पर्धा से दूर करता है।
क्या पोको भारतीय बाजार में एक बार फिर खलबली मचाएगी, और क्या इसके नए फोन से प्रतिस्पर्धा के नए युग की शुरुआत होगी? इन सब प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए आइए शुरू करते हैं कंपनी के नए हथियार Poco X2 का रिव्यू।
Poco X2 design
एक ओर कीमत को कम से कम रखने के लिए शाओमी ने Poco F1 को साधारण प्लास्टिक से बनाया है, जिसके कारण फोन काफी हद तक सादा दिखाई देता है। वहीं, दूसरी ओर पोको एक्स2 के साथ पोको एक अलग दृष्टिकोण अपनाने की कोशिश कर रही है। नए फोन में हमें ग्रेडिएंट फिनिश वाली एक चमकदार, रंगीन ग्लास बैक देखने को मिलता है। इसके अलावा कैमरा मॉड्यूल के चारों ओर दिया एक गोलाकार डिज़ाइन भी फोन को बिल्कुल अलग लुक देता है। रिव्यू करने के लिए हमारे पास फोन का अटलांटिस ब्लू रंग का यूनिट था। हालांकि आप पोको एक्स2 को फीनिक्स रेड या मैट्रिक्स पर्पल रंग में भी खरीद सकते हैं। फोन के बैक में नीचे की ओर पोको की ब्रांडिंग दी गई है।
पोको एक्स2 के डिज़ाइन में मुख्य आकर्षण का केंद्र इसके कैमरा मॉड्यूल के चारों ओर दिया एक गोलाकार डिजाइन है। यह डिज़ाइन देखने में 3डी लगता है और पहली झलक में आपको ऐसा प्रतित होगा जैसे कैमरा मॉड्यूल के चारो तरफ गोलाकार ऊभार हो। कैमरा मॉड्यूल में चार कैमरा सेट किए गए हैं। कैमरा मॉड्यूल जरूरत से थोड़ा ज्यादा ऊभरा हुआ है।
6.67-इंच की स्क्रीन के साथ, यह निस्संदेह एक बड़ा फोन है। हालांकि डिस्प्ले का 20:9 आस्पेक्ट रेशियो इसे इस्तेमाल करने में कुछ हद तक आसान बना देता है। चमकदार होने के बाद भी इसका बैक पैनल फिसलन भरा नहीं है, जिसके कारण इसमें अच्छी पकड़ मिलती है। हालांकि, एक हाथ से फोन को इस्तेमाल करते समय अंगूठे से स्क्रीन के सभी हिस्सों तक पहुंचना आपके लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। स्क्रीन के ऊपरी दाएं कोने में दो सेल्फी कैमरा के लिए दिया चौड़ा कटआउट कई बार आपका ध्यान अपनी ओर खींच सकता है। सामान्य उपयोग में यह आपको ज्यादा परेशान नहीं करेगा, लेकिन फुल स्क्रीन वीडियो देखते समय निश्चित रूप से आपके अनुभव को थोड़ा कम सकता है।
फोन के दाईं ओर दिए पावर बटन में फिंगरप्रिंट सेंसर भी फिट किया गया है, लेकिन यह लंबा और पतला है, जो मेरी नज़र में ठीक नहीं है। इससे फिंगरप्रिंट रजिस्टर करने की प्रक्रिया सामान्य से अधिक समय लेती है। फोन को बाएं हाथ से इस्तेमाल करने वाले यूज़र्स को फिंगरप्रिंट का यह सेटअप थोड़ा अजीब लगेगा।
वॉल्यूम बटन पावर बटन के ऊपर सेट किए गए हैं, जिस वजह से एक हाथ से इस्तेमाल करते समय उन तक पहुंच बनाना कई बार थोड़ा मुश्किल होता है। अधिकतर शाओमी फोन की तरह फोन के टॉप पर एक इनफ्रारेड सेंसर दिया गया है। एक्स2 की बाईं तरफ दी गई सिम ट्रे हाइब्रिड है, इसलिए यदि आप माइक्रोएसडी कार्ड लगाना चाहते हैं तो आपको अपनी दूसरी सिम की कुर्बानी देनी होगी। नीचे की तरफ 3.5 एमएम ऑडियो सॉकेट, यूएसबी टाइप-सी पोर्ट और स्पीकर दिया गया है।
पोको का कहना है कि एक्स 2 में फ्रंट के साथ-साथ पीछे की ओर भी गोरिल्ला ग्लास 5 का इस्तेमाल किया गया है। फोन के साथ कंपनी एक पारदर्शी केस भी देती है, जो कुछ हद तक फोन को छोटी मोटी खरोंचों से बचा सकता है। इसके अलावा फोन के बॉक्स में आपको एक सिम ट्रे बाहर निकालने वाली पिन, एक 27 वॉट चार्जर और एक यूएसबी टाइप-सी केबल भी मिलती है।
कुल मिलाकर, ऐसा लगता है कि पोको इस फोन के साथ एक ब्रांड के रूप में खुद की अलग पहचान बनाना चाहता था। हम सीधे तौर पर यह नहीं कह सकते हैं कि फोन का डिज़ाइन पूरी तरह से बेस्ट है, लेकिन यह फोन सामने और पीछे की ओर से कुछ हद तक यूनिक जरूर है। हालांकि, हम इस फोन को थोड़े कम चमकदार रंग के साथ थोड़ा और पसंद करते।
Poco X2 specifications and software
जैसा कि हमने पहले भी बताया है कि पोको एक्स2 को पोको एफ1 का अपग्रेड नहीं माना जा सकता है। यहां तक की कंपनी ने Poco F1 की तरह इस फोन को फ्लैगशिप ग्रेड फीचर्स के साथ कम कीमत में पेश करने की कोशिश भी नहीं की है। हालांकि, इस फोन में आपको Qualcomm Snapdragon 730G चिपसेट मिलता है, जो एक अच्छी बात है। यही चिपसेट पोको के प्रतिद्वंदी ब्रांड रियलमी ने रियलमी एक्स2 में भी दिया है। इससे हम यह अदाजा लगा सकते हैं कि Poco X2 आम यूजेज और गेमिंग के मामले में अच्छा होगा।
आप पोको एक्स2 के 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वेरिएंट को 15,999 रुपये में खरीद सकते हैं। इसका 6 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट 16,999 रुपये में बेचा जा रहा है और हाई-एंड वेरिएंट की कीमत 19,999 रुपये है, जिसमें आपको 8 जीबी रैम और 256 जीबी स्टोरेज मिलेगी। हमारे पास रिव्यू के लिए फोन का हाई-एंड वेरिएंट है और यदि आप इस वेरिेएंट को खरीदते हैं तो आपको स्टोरेज की फिक्र करने की जरूरत नहीं होगी और आप अपने दो सिम को बेझिझक इस्तेमाल कर सकते हैं।
फोन में 6.67-इंच (2340×1080 पिक्सल) डिस्प्ले है, जो 120 हर्ट्ज़ रिफ्रेश रेट सपोर्ट करता है। यह फोन की सबसे बड़ी खासियत में से एक है और इसमें कोई शक नहीं है कि 120Hz रिफ्रेश रेट डिस्प्ले की क्वालिटी और इसे इस्तेमाल करने के अनुभव को बेहतर बनाता है। इसमें एंड्रॉयड यूआई काफी स्मूथ और रेंसपॉन्सिव महसूस होता है। हाई रिफ्रेश रेट का सबसे ज्यादा फायदा गेम्स को मिलता है, लेकिन बेस्ट अनुभव उन्हीं गेम्स में लिया जा सकता है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करते हो। इसके अलावा HDR-10 भी डिस्प्ले के एक बड़े फीचर में शामिल है।
फोन में बड़ी 4500 एमएएच क्षमता की बैटरी, डुअल VoLTE, वाई-फाई 802.11ac, ब्लूटूथ 5, जीपीएस, एफएम रेडियो समेत सभी जरूरी सेंसर मौजूद हैं। यहां तक की Poco X2 में मौजूद अधिकतम फीचर्स चीन में लॉन्च हुए Redmi K30 से मेल खाते हैं।
Poco के यूआई को पोको लॉन्चर और MIUI 11.0.3 दोनों नाम से बुलाया जा सकता है। देखने में और अनुभव में यह काफी हद तक Redmi K20 और K20 Pro में देखे गए यूआई जैसा ही है। यह एंड्रॉयड 10 पर आधारित है और यह दिसंबर 2019 सिक्योरिटी पैच के साथ अपडेट किया गया है, जो एक अच्छी बात है।
Xiaomi का सॉफ्टवेयर हमेशा से बेहस का एक मुद्दा रहा है। अधिकतर शाओमी यूज़र्स फोन में अनचाहीं ऐप्स, पॉप-अप और नोटिफिकेशन में भरे हुए अनचाहें नोटिफिकेशन से बेहद परेशान रहते हैं और अब पोको ने भी इसी रास्ते को अपनाया है। फोन में पहले से इंस्टॉल कई अनचाहीं ऐप्स भरी हुई मिलती हैं। इसके अलावा हर दिन कई अनचाहीं नोटिफिकेशन आपको कंपनी के खुद के GetApps स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करने के लिए जोर देंगी। इतना ही नहीं, लॉक स्क्रीन पर प्रोमोशनल मैसेज दिखाई देते हैं। हालांकि इसे आप बंद कर सकते हैं। फोन में शामिल कई डिफॉल्ट ऐप्स में आपको प्रोमोशनल कंटेंट देखने को मिलेगा। हालांकि शाओमी के अन्य फोन के मुकाबले पोको एक्स2 में ऐड्स और पॉप-अप्स को थोड़ा कम रखा गया है।
शाओमी फोन में आने वाले सॉफ्टवेयर की तुलना में पोको एक्स2 में कुछ अंतर रखा गया है। इस फोन में ऐप ड्राअर आता है, जिसमें ऐप्स को कई अलग-अलग कैटेगरी में सेट किया गया है। ड्रॉअर को खोलने पर नीचे एक सर्च बार भी आता है, जिसके जरिए यूज़र ऐप को सीधा खोज सकता है। इसके अलावा फोन में गेम टर्बो ऑप्टिमाइजेशन मोड, मैसेजिंग ऐप्स के लिए क्विक रिप्लाई पैनल और प्राइवेसी के लिए सेकंड स्पेस जैसी कई स्पेशल ऐप्स भी शामिल हैं।
Poco X2 performance and battery life
Snapdragon 730G एक अच्छा प्रोसेसर है। पोको एक्स2 ने इस प्रोसेसर की बदौलत सभी ऐप्स को बड़े आराम से संभाला। हमें एक या दो बार फोन के यूआई में थोड़ा लैग दिखाई दिया, लेकिन यह एक समस्या के रूप में सामने नहीं आया। फोन में मल्टी-टास्किंग बेहद आराम से होती है। हालांकि याद दिला दें कि हमने इस फोन का 8जीबी रैम वेरिएंट टेस्ट किया है। हमें इस फोन को इस्तेमाल करते समय केवल एक समस्या हुई, जो था फोन के हर हिस्से तक अंगूठे का मुश्किल से पहुंचना। फोन में ओवर-हीटिंग की समस्या नहीं होती है। हालांकि गेम खेलते समय या कैमरा इस्तेमाल करते समय फोन हल्का सा गरम जरूर होता है।
डिस्प्ले बहुत ज्यादा विविड या शार्प नहीं है। हालांकि यह काफी ब्राइट और आकर्षक है और हर कोण से देखने में अच्छा लगता है। फोन के फ्रंट में शामिल चौड़ा डुअल-कैमरा कटाउट कुछ एक्टिविटी के समय शायद आपका अनुभव खराब कर सकता है। हालांकि यह यूज़र के ऊपर निर्भर करता है। अधिकतम समय हमें इस चौड़े कटआउट परेशान नहीं किया, लेकिन वीडिया देखते समय तेज ब्राइटनेस वाले सीन में यह कटआउट काफी नोटिस होता है, जिससे आपका कुछ हद तक अनुभव किरकिरा हो सकता है। इस कटआउट के इर्द-गिर्द थोड़ी सी कलर ब्लिडिंग भी दिखाई देती है।
नीचे की ओर सिंगल स्पीकर दिया गया है, लेकिन यह काफी तेज है और इसके साउंड आउटपुट की क्वालिटी भी अच्छी है। इसमें 60 प्रतिशत से ऊपर वॉल्यूम में आवाज़ थोड़ी फटी हुई सुनाई देती है, लेकिन उससे कम वॉल्यूम में साउंड अच्छा आता है।
Poco X2 में PUBG Mobile डिफॉल्ट रूप से हाई सेटिंग में चलता है। गेम का अनुभव काफी अच्छा मिलता है। आप इसमें पबजी मोबाइल या आसफॉल्ट 9 जैसे गेम्स आसानी से बिना किसी लैग के खेल सकते हैं।
पोको एक्स2 की बैटरी लाइफ ठीक है। साधारण इस्तमाल में यह फोन आपका दिन आराम से निकाल सकता है। दिन भर में हमने इसमें कई बार कैमरा इस्तेमाल किया, कुछ राउंड पबजी मोबाइल गेम के खेलें, लगभग एक घंटे तक वीडियो स्ट्रीम की और थोड़ा समय सोशल मीडिया ऐप्स पर बिताया। इन सब के बाद फोन ने सुबह से रात तक पूरा दिन आराम से निकाल लिया। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में यह फोन 13 घंटे, 43 मिनट तक चल सका, जो प्रभावशाली परिणाम नहीं है। हालांकि यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए की फोन का डिस्प्ले काफी बड़ा है और यह 120 हर्ट्ज़ पर काम करता है।
Poco X2 cameras
पोको एक्स2 में चार रियर कैमरा और दो फ्रंट कैमरा शामिल हैं। बैक में 64-मेगापिक्सल का मेन कैमरा सेंसर है, जिसका अपर्चर साइज़ f/1.89 है और यह सोमी IMX686 सेंसर है। इसका दूसरा कैमरा f/2.2 अपर्चर वाला 8-मेगापिक्सल अल्ट्रा वाइड-एंगल लेंस है। तीसरा कैमरा 2-मेगापिक्सल का मैक्रो लेंस है, जो 2cm-10cm फोकल रेंज सपोर्ट करता है और ऑटोफोकस के साथ आता है। चौथा कैमरा 2-मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर है। सामने की ओर आए तो इसमें 20-मेगापिक्सल का मेन कैमरा और 2-मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर शामिल है।
Poco X2 की कैमरा ऐप में नॉर्मल से मैक्रो मोड में जाने के लिए ऊपर की ओर अलग से एक बटन दिया है। नीचे की ओर दाईं और बाईं ओर कई सारे मोड दिए गए हैं, जिनमें 64-मेगापिक्सल मोड, प्रो, पोट्रेट, नाइट, शॉर्ट वीडियो और स्लो मोशन मोड शामिल हैं। सबसे निराशाजनक बात यह है कि कैमरा ऐप में पहले से ही पोको का वाटरमार्क आता है और हम सभी ब्रांड्स से ऐसा ना करने की गुजारिश करते हैं।
कई बार हमें मेन कैमरा में फोकस को सही जगह लॉक करने के लिए काफी जतन करने पड़े। हालांकि तस्वीरों में एक्सपोज़र काफी अच्छा आया और रंग भी निखर के आए हैं। कई सब्जेक्ट की डिटेल भी काफी अच्छी आई है। उदाहरण के लिए अच्छी रोशनी और अच्छे ढ़ंग से फोकस करने पर फूल के पत्तों में काफी अच्छी डिटेल देखने को मिलती है। हालांकि रोशनी के कम होने के साथ तस्वीरों में डिटेल की कमी दिखनी शुरू हो जाती है।
जैसा की हमें उम्मीद थी, फोन का वाइड-एंगल कैमरा काफी खराब क्वालिटी की तस्वीरें लेता है। हालांकि अन्य फोन के मुकाबले इस लेंस से ली गई तस्वीरों के किनारें गोलाकार नहीं आते हैं। फोन में मैक्रो शॉट लेना भी काफी मुश्किल है। अधिकतर तस्वीरें काफी डल आती है या धुंधली हो जाती है।
कम रोशनी में कैमरा उम्मीद से अच्छा परफॉर्म करता है। आर्टिफिशियल रोशनी में भी कैमरा अच्छा परफॉर्म करता है। इसमें दिए नाइट मोड से आप कम रोशनी में कैमरा की क्वालिटी को थोड़ा बढ़ा सकते हैं और नॉर्मल तस्वीरों और नाइट मोड में खींची गई तस्वीरों में अंतर दिखाई भी देता है।
फोन के फ्रंट कैमरा में आप पोट्रेट सेल्फी भी ले सकते हैं और इसमें आप अपने मुताबिक बैकग्राउंड का ब्लर यानी धुंधलापन भी सेट कर सकते हैं। कैमरा सबजेक्ट के ऐज को भी अच्छे से खोजता है। हालांकि फ्रंट कैमरा की परफॉर्मेंस बहुत प्रभावित करने लायक भी नहीं है। दिन की रोशनी में ली गई सेल्फी में बैकग्राउंड काफी ब्राइट आता है, जिसकी वजह से कई बार सेल्फी बेहद अजीब दिखाई देती है।
वीडियो की बात करें तो हमें दिन की रोशनी में पोको एक्स2 की वीडियो रिकॉर्डिंग क्षमता काफी पसंद आई। वीडियो काफी क्रिस्प आती है और इसमें मोशन ट्रैकिंग भी काफी स्मूथ आता है। वीडियो में स्थिरता की कमी भी महसूस नहीं होती है। हालांकि 4K सेटिंग्स पर आते ही यह परफॉर्मेंस अच्छे से सीधा बुरे में बदल जाती है। वीडियो में जरूरत से ज्यादा आते हैं। रात में वीडियो रिकॉर्ड करते समय फोन के हल्के से हिलने पर भी वीडियो में टिमटिमाने जैसा इफेक्ट आता है। रात के समय तेज रोशनी होने पर वीडियो में एक्पोजर की समस्या भी देखने को मिलती है। कुल मिला कर रात के समय पोको एक्स2 में अच्छी 4K वीडियो रिकॉर्डिंग करने बेहद मुश्किल है।
Verdict
भारतीय मार्केट में कम दाम में हाई-एंड स्पेसिफिकेशन देना किसी भी स्मार्टफोन ब्रांड को सफलता की ओर ले जा सकता है और शाओमी इस खेल को सालों से सफलतापूर्वक खेलती आ रही है। कंपनी पिछले कुछ सालों में ऐसे कई मॉडल पेश कर चुकी है, जो वैल्यू फॉर मनी की उपाधी हासिल कर रहे हैं।
Poco X2 की कीमत ही उसका सबसे बड़ा हथियार है। रियलमी एक्स2 और रेडमी के20 ने सब-20,000 रुपये मार्केट में अपना दबदबा बनाया हुआ है। इस सेगमेंट में ऐसे कई फोन लॉन्च किए गए हैं, जो इन दोनों फोन को पछाड़ नहीं पाए हैं, भले ही वो Oppo F15 और Vivo S1 Pro हो, दोनों ही फोन पावर और फीचर्स के मामले में Realme X2 और Redmi K20 से पीछे रहे हैं। अब Poco X2 इस प्रतिस्पर्धा में अपना सिक्का जमा सकता है।
प्रोसेसर, रैम, स्टोरेज, बैटरी और कैमरा सभी मामलों में यह फोन काफी दमदार है और इसकी बिल्ड क्वालिटी पर भी सवाल नहीं उठाए जा सकते। हालांकि इसके अनचाहीं ऐप्स और नोटिफिकेशन से भरे सॉफ्टवेयर ने हमें थोड़ा निराश जरूर किया है। इसका बैक पैनल भी जरूरत से ज्यादा चमकदार लगता है, लेकिन यह यूज़र के अपने स्वाद पर निर्भर करता है। इसके अलावा कुछ छोटे हाथ वाले या कॉम्पेक्ट साइज़ फोन चाहने वाले ग्राहकों को यह फोन थोड़ा बड़ा लग सकता है।
यदि कीमत आपके लिए काफी मायने रखती है, तो पोको एक्स2 अपने सेगमेंट में एक बेहतरीन विकल्प है। हालांकि हमारे इस वाक्य का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि Poco X2 अपने प्रतिद्वंदी Realme X2 से हर मायनों में अच्छा है। यदि आपको रियलमी एक्स2 किसी सेल में कम दाम पर मिलता है या आपके लिए पोको एक्स2 को फ्लैश सेल में खरीदना मुश्किल हो रहा है तो आप रियलमी एक्स2 को भी एक अच्छे विकल्प के रूप में देख सकते हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)